Shodashi - An Overview

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श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥१॥

वास्तव में यह साधना जीवन की एक ऐसी अनोखी साधना है, जिसे व्यक्ति को निरन्तर, बार-बार सम्पन्न करना चाहिए और इसको सम्पन्न करने के लिए वैसे तो किसी विशेष मुहूर्त की आवश्यकता नहीं है फिर भी पांच दिवस इस साधना के लिए विशेष बताये गये हैं—

कामेश्यादिभिरावृतं शुभ~ण्करं श्री-सर्व-सिद्धि-प्रदम् ।

From the context of ability, Tripura Sundari's beauty is intertwined along with her toughness. She's not simply the image of aesthetic perfection but will also of sovereignty and conquer evil.

साशङ्कं साश्रुपातं सविनयकरुणं याचिता कामपत्न्या ।

अष्टारे पुर-सिद्धया विलसितं रोग-प्रणाशे शुभे

यस्याः विश्वं समस्तं बहुतरविततं जायते कुण्डलिन्याः ।

लक्षं जस्वापि यस्या मनुवरमणिमासिद्धिमन्तो महान्तः

हस्ते चिन्मुद्रिकाढ्या हतबहुदनुजा हस्तिकृत्तिप्रिया मे

॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरीचक्रराज स्तोत्रं ॥

If you are chanting the Mantra for a certain intention, produce down the intention click here and meditate on it five minutes prior to commencing While using the Mantra chanting and 5 minutes once the Mantra chanting.

यस्याः शक्तिप्ररोहादविरलममृतं विन्दते योगिवृन्दं

तिथि — किसी भी मास की अष्टमी, पूर्णिमा और नवमी का दिवस भी इसके लिए श्रेष्ठ कहा गया है जो व्यक्ति इन दिनों में भी इस साधना को सम्पन्न नहीं कर सके, वह व्यक्ति किसी भी शुक्रवार को यह साधना सम्पन्न कर सकते है।

The person who does this Sadhana gets to be like Cupid (Shodashi Mahavidya). He's transformed into a wealthy, well-known between Women of all ages and blessed with son. He gets the quality of hypnotism and achieves the self electricity.

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